rameshkhola

|| A warm welcome to you, for visiting this website - RAMESH KHOLA || || "बुद्धिहीन व्यक्ति पिशाच अर्थात दुष्ट के सिवाय कुछ नहीं है"- चाणक्य ( कौटिल्य ) || || "पुरुषार्थ से दरिद्रता का नाश होता है, जप से पाप दूर होता है, मौन से कलह की उत्पत्ति नहीं होती और सजगता से भय नहीं होता" - चाणक्य (कौटिल्य ) || || "एक समझदार आदमी को सारस की तरह होश से काम लेना चाहिए, उसे जगह, वक्त और अपनी योग्यता को समझते हुए अपने कार्य को सिद्ध करना चाहिए" - चाणक्य (कौटिल्य ) || || "कुमंत्रणा से राजा का, कुसंगति से साधु का, अत्यधिक दुलार से पुत्र का और अविद्या से ब्राह्मण का नाश होता है" - विदुर || || सचिव बैद गुर तीनि जौं प्रिय बोलहिं भय आस राज धर्म तन तीनि कर होइ बेगिहीं नास - गोस्वामी तुलसीदास (श्रीरामचरितमानस, सुंदरकाण्ड, दोहा संख्या 37) || || जब आपसे बहस (वाद-विवाद) करने वाले की भाषा असभ्य हो जाये, तो उसकी बोखलाहट से समझ लेना कि उसका मनोबल गिर चुका है और उसकी आत्मा ने हार स्वीकार कर ली है - रमेश खोला ||

Welcome board

Natural

welcome

आपका हार्दिक अभिनन्दन है

Search

31 October 2013

Some Usefull Tips for everyone

 युक्तियाँ (Tips) :---

1. चैत्र माह में नया गुड़ न खाएं

2. बैसाख माह में नया तेल न लगाएं
3. जेठ माह में दोपहर में न चलना चाहिए
4. अषाढ़ माह में पका बेल न खाएं
5. सावन माह में साग न खाएं
6. भादों माह में दही न खाएं
7. क्वार माह में करेला न खाएं
8. कार्तिक माह में जमीन पर न सोएं
9. अगहन माह में जीरा न खाएं
10. पूस माह में धनिया न खाएं
11. माघ माह में मिश्री न खाएं
12. फागुन माह में चना न खाएं

अन्य युक्तियाँ ( More Tips ):---
1. स्नान के पहले और भोजन के बाद पेशाब जरूर करें ।
2. भोजन के बाद कुछ देर बायी करवट लेटना चाहिये ।
3. रात को जल्दी सोना और सुबह जल्दी उठाना चाहिये।
4. प्रातः पानी पीकर ही शौच के लिए जाना चाहिये ।
5. सूर्योदय के पूर्व गाय का धारोष्ण दूध पीना चाहिये
6. व्यायाम के बाद दूध अवश्य पियें।
7. मल, मूत्र, छीक का वेग नही रोकना चाहिये ।
8. ऋतु (मौसमी) फल खाना चाहिये..
रसदार फलों के अलावा  अन्य फल भोजन के बाद खाना चाहिये..
रात्रि में फल नहीं खाना चाहिये ।
9. भोजन करते समय जल कम से कम पियें ।भोजन के पश्चात् कम से कम 45 मिनट के बाद जल पीना चाहिए
10. नेत्रों में सुरमा / काजल अवस्य लगायें.स्नान रोजाना अवश्य करना चाहिये ।
11. सूर्य की ओर मुह करके पेशाब न करें.बरगद, पीपल, देव मन्दिर, नदी व् शमशान में पेशाब न करें ।
12. भोजन के समय क्रोध न करें बल्कि प्रसन्न रहें। आवश्यकता से अधिक बोलना भी नहीं चाहिये व
बोलते समय भोजन करना रोक दें
13. ईश्वर आराधना अवश्य करनी चाहिय

No comments:

Post a Comment

आप, प्रतिक्रिया (Feedback) जरूर दे, ताकि कुछ कमी/गलती होने पर वांछित सुधार किया जा सके और पोस्ट की गयी सामग्री आपके लिए उपयोगी हो तो मुझे आपके लिए और अच्छा करने के लिए प्रोत्साहन मिल सके :- आपका अपना साथी - रमेश खोला

विजिटर्स के लिए सन्देश

साथियो , यहां डाली गयी पोस्ट्स के बारे में प्रतिक्रिया जरूर करें , ताकि वांछित सुधार का मौका मिले : रमेश खोला

संपर्क करने का माध्यम

Name

Email *

Message *

Followers