नवरात्री स्पेशल कहानी
माँ के चमत्कार
माँ नयना देवी
सिखों के 10वें गुरु गोबिंद सिंह ने "माता नयना देवी के मंदिर" में तपस्या की और एक साल से अधिक समय तक मंदिर में हवन किया था। मान्यता है कि तपस्या व हवन से खुश होकर मां भवानी ने स्वयं प्रकट होकर गुरु जी को प्रसाद के रूप में तलवार भेंट की। हवन के बाद जब गुरु गोबिंद सिंह जी "आनंदपुर साहिब" जाने लगे तब माता नयना देवी ने "अपने तीर की नोक से तांबे की एक प्लेट पर अपने पुरोहित को हुक्मनामा लिखकर दिया" , जो आज भी सुरक्षित है ।
जय भवानी .........जय वरदानी
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