rameshkhola

|| A warm welcome to you, for visiting this website - RAMESH KHOLA || || "बुद्धिहीन व्यक्ति पिशाच अर्थात दुष्ट के सिवाय कुछ नहीं है"- चाणक्य ( कौटिल्य ) || || "पुरुषार्थ से दरिद्रता का नाश होता है, जप से पाप दूर होता है, मौन से कलह की उत्पत्ति नहीं होती और सजगता से भय नहीं होता" - चाणक्य (कौटिल्य ) || || "एक समझदार आदमी को सारस की तरह होश से काम लेना चाहिए, उसे जगह, वक्त और अपनी योग्यता को समझते हुए अपने कार्य को सिद्ध करना चाहिए" - चाणक्य (कौटिल्य ) || || "कुमंत्रणा से राजा का, कुसंगति से साधु का, अत्यधिक दुलार से पुत्र का और अविद्या से ब्राह्मण का नाश होता है" - विदुर || || सचिव बैद गुर तीनि जौं प्रिय बोलहिं भय आस राज धर्म तन तीनि कर होइ बेगिहीं नास - गोस्वामी तुलसीदास (श्रीरामचरितमानस, सुंदरकाण्ड, दोहा संख्या 37) || || जब आपसे बहस (वाद-विवाद) करने वाले की भाषा असभ्य हो जाये, तो उसकी बोखलाहट से समझ लेना कि उसका मनोबल गिर चुका है और उसकी आत्मा ने हार स्वीकार कर ली है - रमेश खोला ||

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आपका हार्दिक अभिनन्दन है

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12 February 2017

Do Not Deny To Promotion

 जिस भरती पर या उम्मीदवार पर केस है तो Promotion नहीं रूक सकती। बस एक शपथ पत्र देना होगा।

03 January 2017

BHIM

✔ भीम एप्प का उपयोग कैसे करें।

➖1. सबसे पहले Google Play Store से BHIM App   Download   करें।

➖2. उसके बाद अपने Bank Account को इस App में Register करें।
➖ 3. Register करने के साथ अपने लिए एक UPI Pin Set Up करें।
➖ 4. User का Mobile Number ही उसके Payment का Address होगा।
➖ 5. एक बार आपका Registration पूरा होने के बाद आप अपने Transaction BHIM App में शुरू कर सकते हैं।

✔ BHIM App द्वारा पूरी जानकारी भीम एप्प पैसे कैसे भेज सकते हैं और प्राप्त कर सकते हैं ??

➖ 1. BHIM App पर अपने आप अपने दोस्तों, दूर बैठे परिवार के लोगों और उपभोगताओं को भी भेज सकते हैं।
➖ 2.भीम एप्प पर सभी Transaction Registered मोबाइल नंबर यानि की Payment Address पर भेजा जा सकता है।
➖ 3.आप बिना UPI सुविधा वाले बैंकों में भी पैसे Transfer कर सकते हैं।
उसके लिए आप MMID और IFSC सुविधा की मदद ले सकते हैं।
➖ 4.आप किसी अन्य Registered Mobile Number या User से Money Receive करने के लिए Request भी भेज सकते हैं।

✔ BHIM App में Bank Account के लिए UPI Pin कैसे Set करें?

➖ 1. सबसे पहले BHIM App के Main Menu में जाएँ।
➖ 2. उसके बाद Bank Accounts को Select करें।
➖ 3. उसके बाद Set UPI Pin, Option को चुनें।
➖ 4. उसके बाद आपको अपने ATM/Debit Card का 6 Digit वाला Number डालना होगा अपने Card के Expiry Date के साथ।
उसके बाद आपके पास एक OTP प्राप्त होगा।
➖ 5. उसको App में Dial करने के बाद आप अपना UPI Pin बना सकते हैं।

✔ कौन से बैंक भीम एप्प में सपोर्ट करते हैं?

इलाहाबाद बैंक.. आंध्रा बैंक.. एक्सिस बैंक.. बैंक ऑफ बड़ौदा.. बैंक ऑफ इंडिया.. बैंक ऑफ महाराष्ट्र.. केनरा बैंक.. कैथोलिक सीरियन बैंक.. सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया.. डीसीबी बैंक.. देना बैंक..  फेडरल बैंक.. एचडीएफसी बैंक.. आईसीआईसीआई बैंक.. आईडीबीआई बैंक.. आईडीएफसी बैंक.. इंडियन बैंक.. इंडियन ओवरसीज बैंक.. इंडसइंड बैंक.. कर्नाटक बैंक.. करूर वैश्य बैंक.. कोटक महिंद्रा बैंक.. ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स.. पंजाब नेशनल बैंक.. आरबीएल बैंक.. साउथ इंडियन बैंक.. स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक.. भारतीय स्टेट बैंक.. सिंडिकेट बैंक.. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया.. यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया.. विजया बैंक।

BHIM App से अन्य जानकारियाँ.

➖BHIM App के इस्तेमाल करने वाले User अपना Balance भी Check कर सकते हैं और अपने Transaction से जुडी जानकारियाँ भी।
➖Users अपने Phone Number पर अदिकतर तौर पर Custom Payment Address भी बना सकते हैं।
➖जल्द से जल्द Transaction को पूरा करने के लिए आप QR Code Scan करने से भी कर सकते हैं।
➖सबसे ज़बरदस्त बात है BHIM App English (अंग्रेजी) और Hindi (हिंदी) दोनों भाषाओं में आप इस्तेमाल कर सकते हैं।
Dowanload
सरकार का कहना है आप जल्द ही BHIM App को अन्य भाषाओँ में भी उपयोग कर सकेंगे।

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09 October 2016

bus stand enquiryHaryana

हरियाणा के सभी बस स्टैंड के पूछताछ नंबर
ISBT-Delhi, Kashmere Gate                011-23861262

 ISBT-17, Chandigarh                           0172-2704014
संकलनकर्ता - रमेश खोला
Ambala City     0171-2556388
Ambala Cantt.                  0171-264082
Naraingarh      01734-284038
Bhiwani                            01664-242230
Charkhi Dadri   
01250-220144
Loharu                            01252-258207
Faridabad      0129-2244953
Fatehabad                      01667-220617
Tohana          01692-220036
Gurgaon                       0124-2320222
Hisar            01662-233285
Hansi                           01663-254081
Jind             01681-245337
Narwana                   01684-240104
Safidon       01686-262235
Jhajjar                       01251-256357
Bahadurgarh  01276-641834
Kaithal                       01740-269360

संकलनकर्ता - रमेश खोला
Karnal               0182-2251158
Kurukshetra             01744-220468
Pehowa           01741-220102
Mohindergarh          01285-222100
Narnaul           01282-251947
Panipat                      0180-2646544
Panchkula     0172-256220
Chandigarh             0172-2704014
Kalka               01733-220021
Rohtak                         01262-276641
Rewari              01274-256751
Sonipat                          0130-2201101
Gohana           01263-252140
Sirsa                               01666-220866
Dabwali            01668-226015
Yamunanagar                  01732-227717
Mewat(Nuh)       01267-274710
Palwal                              01275-252203

संकलनकर्ता - रमेश खोला

19 August 2016

THE GREAT INDIAN SOLDIER

1962 के भारत-चीन युद्ध में 72 घंटे तक अकेले चीनियों से लड़ने वाले महावीर चक्र (मरणोपरांत) विजेता राइफल मैन जसवंत सिंह रावत आज भी सीमा की रक्षा करते हैं

 शरीर तो मिट जाता है पर जज्बा हमेशा जिंदा रहता है। यह कहावत 1962 के भारत-चीन युद्ध में 72 घंटे तक अकेले चीनियों से लड़ने वाले महावीर चक्र (मरणोपरांत) विजेता राइफल मैन जसवंत सिंह रावत पर सटीक बैठती है। इसीलिए वह आज भी अमर हैं। जिस पोस्ट पर जसवंत सिंह शहीद हुए थे, भारत सरकार ने उसे जसवंत गढ़ का नाम दिया है। राइफल मैन जसवंत सिंह को भले ही वीरगति प्राप्त कर चुके है, लेकिन सैनिकों को विश्वास है कि इस रणबांकुरे की आत्मा आज भी देश की रक्षा के लिए सक्रिय है। सेना में मान्यता है कि जसवंत सिंह की शहादत के बाद भी उनकी आत्मा न सिर्फ भारतीय सैनिकों की निगरानी करती है, बल्कि ड्यूटी में सोने वाले सुस्त सैनिकों को चांटा मारकर चौकन्ना भी करती है। राइफल मैन जसवंत सिंह को सेना में 'बाबा जसवंत' के नाम से भी जाना जाता है। इस बहादुर सैनिक की स्मृति में (जिस पोस्ट में जसंवत सिंह शहीद हुए थे) अरुणाचल प्रदेश के नूरानांग में जसवंत गढ़ नाम से एक स्मारक बनाया है जो सभी सैनिकों के लिए धार्मिक स्थल है। 
पौड़ी जिले के ग्राम बांडयू में जसवंत सिंह 19 वर्ष की आयु में 19 अगस्त 1960 को सेना में भर्ती हुए। 14 सितंबर 1961 को ट्रेनिंग पूरी करने के बाद 1962 के भारत-चीन युद्ध लड़ा। 17 नवंबर 1962 को चौथी बटालियन की एक कंपनी नूरानांग ब्रिज की सुरक्षा के लिए तैनात हुई तो चीनियों ने इस दौरान भारी-गोलाबारी शुरू कर दी। राइफल मैन जसवंत सिंह अपने दो साथियों लांस नायक त्रिलोक सिंह व राइफल मैन गोपाल सिंह ने युद्ध में वीरता का शानदार परिचय दिया, लेकिन त्रिलोक सिंह व राइफल जसवंत सिंह गोलीबारी में वीरगति को प्राप्त हो गए।
युद्ध में तीन अधिकारी, पांच जेसीओ, 148 अन्य पद व सात गैर लड़ाकू सैनिक मारे जाने के कारण चौथी बटालियन की स्थिति कमजोर होने के बावजूद वीर सैनिकों ने दुश्मन को सफल नहीं होने दिया। युद्ध में पांच एलएमजी (लाइट मशीन गन) पोस्टों से अलग-अलग पोजिशन राइफल मैन जसवंत सिंह ने अकेले ही संभाली। जसवंत सिंह एक पोस्ट से दूसरी पोस्ट में दौड़-दौड़ कर गोली बारी करते रहे, ताकि दुश्मनों को यह एहसास होता रहे कि सभी पोस्टों में सैनिक मौजूद हैं। इस युद्ध में जसवंत सिंह वीर गति को प्राप्त हो गए हों, लेकिन इस समय भी जसवंत सिंह की आत्मा देश रक्षा के लिए सक्रिय है। 

चीनी भी हुए नतमस्तक 1962 के युद्ध में शहीद जसवंत सिंह ने जिस तरह युद्ध में अदम्य साहस व वीरता का परिचय दिया, उसे देख चीनी सैनिक भी भौचक्के रह गए। उन्होंने राइफल मैन जसवंत सिंह के पार्थिव शरीर को सलामी देकर उसके इस जज्बे को सलाम किया। 
आभारदैनिक जागरण

विजिटर्स के लिए सन्देश

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