बाबा सायर मंदिर, डहीना
ब्रह्मलीन बाबा सायर
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बाबा सायर का इतिहास
गाँव डहीना रेवाड़ी जिले में स्थित है , पहले यह गाँव महेंद्रगढ़ जिले में आता था उससे पहले यह गाँव गुरुग्राम (गुड़गाँवा) जिले में आता था | ऐसा कहा जाता है कि गाँव डहीना "दादा रंगराज" ( कई लोग "दादा दुर्गा प्रसाद" नाम भी बताते है) ने बसाया था | जिनकी याद में "बाबा भैया" का मंदिर बनाया हुआ है | जिसे खेड़ा का धनि भी कहते है अर्थात इन्होने ही यह खेड़ा (गाँव ) बसाया था |
इनके चार पुत्र थे, कहीं कहीं सुनने में आता है कि इनके पांच पुत्र थे
1. सायर
2. राजू
3. पेचू
4. ना औलाद (नाम ज्ञात नहीं है)
5. जैना (सुनने आता है कि जैना उनका पाँचवा पुत्र था )
1. सायर : "दादा रंगराज" उर्फ़ "दादा दुर्गा प्रसाद" जी का सबसे बड़ा पुत्र "शेर सिंह" था जिसका नाम अपभ्रंश होते हुए "सायर सिंह" हुआ और बाद उन्हें लोग "सायर" के नाम से जानने लगे जिसे अब हम "बाबा सायर" कहते है | जिनकी याद में "बाबा सायर वाला जोहड़ और मंदिर" आज भी गाँव डहीना में स्थित है
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